इम्यून सिस्टम क्या है यह कितने प्रकार का होता है इम्यून सिस्टम को बढ़ाने के उपाय.Immunity Meaning In Hindi.Types ,How To Improve Your Immunity System.

  इम्यूनिटी क्या है ? What Is Immunity ? In Hindi.

  हमारे शरीर के अंदरूनी ताकत होती है इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता. शरीर  की  बाहरी रोगों से लड़ने की क्षमता .

 रूसी वैज्ञानिक द्वितीय Menikikov  और फ्रांसीसी जीव विज्ञानी लुई पाश्चर ने रोग प्रतिरोधक क्षमता इम्यूनिटी की खोज सबसे पहले की थी . हमारे शरीर को बाहरी बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है .

 इम्यूनिटी तीन प्रकार की होती है जन्मजात प्रतिरक्षा निष्क्रिय प्रतिरक्षा और अधिग्रहित प्रतिरक्षा

      इम्यूनिटी सिस्टम शरीर प्रतिरोधी क्षमता हमारे शरीर में बहुत महत्वपूर्ण रोल होता है हमारे शरीर को बाहरी जीवाणुओं जैसे फंगस आदि से उत्पन्न होने वाली बीमारियों से हमारी रक्षा करता है.

 मजबूत इम्यूनिटी सिस्टम कई तरह के रोगों से बचाता है. अपने आहार में उच्च पोषक तत्व की उपस्थिति हमें मजबूत इम्यूनिटी प्रदान करती है. गलत खान-पान के कारण हमारे शरीर की इम्यूनिटी सिस्टम  कमजोर हो जाती है जिसकी वजह से हमारा शरीर  बीमारियों का शिकार हो जाता है.

 अभी हाल ही में हुए कोरोनावायरस महामारी के कारण पूरी दुनिया में बहुत तेजी से  लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हुए हैं .  

                 HIGHLIGHTS

1.      इम्यूनिटी क्या है ? What Is Immunity ?                                                 2.      इम्यूनिटी के प्रकार  .   Types Of Immunity.

3.      इम्यूनिटी कम होने के कारण. What Are The Causes Of Low    Immunity.

4.     कमजोर इम्यूनिटी के लक्षण .Symptoms Of Low    Immunity.

5.    इम्यूनिटी बूस्ट करने के उपाय. Way To Boost Your Immune System .

 6.      इम्यूनिटी कमजोर होने का उपचार .Weak Immune System Treatment .

7. QAE.

         

इम्यूनिटी के प्रकार  .   Types Of Immunity.

  इम्यूनिटी दो प्रकार की होती है—

  इम्यूनिटी का अध्ययन विज्ञान में प्रतिरक्षा  विज्ञान(immunology) कहलाता है.

 इम्यूनिटी  को मुख्यतः दो भागों में  विभाजित किया गया है

  •  जन्मजात इम्यूनिटी Innate Immunity— .
  •  अर्जित इम्यूनिटी: .Acquire  Immunity
  • जन्मजात इम्यूनिटी  Innate Immunity—  यह Immunity हमें जन्म से अपने माता-पिता के द्वारा मिलती है. यह इम्यूनिटी एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी  तक अनुवांशिक रूप से  पहुंचती है, या जन्म से मृत्यु तक हमारे साथ रहती है अतः इसे नेचुरल इम्यूनिटी भी कहा जाता है. हमारे शरीर पर जब भी किसी बाहरी  PATHOJAN का अटैक होता है यह हमारी रक्षा करती है यह हमारे शरीर की पहली सुरक्षा पंक्ति है
  •  जन्मजात   इम्यूनिटी तीन प्रकार की होती है 
  1. प्रजाति  प्रतिरोधक क्षमता  species Immunity—
  2.   व्यक्तिगत प्रतिरोधक क्षमता Individual Immunity.  
  3.  नस्लीय प्रतिरोधक क्षमता. Racial Immunity

1.प्रजाति  प्रतिरोधक क्षमता  species Immunity  कहते हैं

 सभी जीवो का रहन सहन ,वातावरण, शारीरिक संरचना,और  सहनशक्ति अलग-अलग होती है. इनमें अंतर होता है, जिसके कारण इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अलग होती है .स्टैमिना अलग अलग होने के कारण एक प्रजाति के रोग अन्य प्रजातियों को नहीं होते. वनस्पतियों को होने वाले रोग मनुष्य को नहीं होते और मनुष्य को होने वाले रोग वनस्पति जीव-जंतुओं मैं नहीं पाए जाते इसे species  Immunity  कहते हैं.

2.व्यक्तिगत प्रतिरोधक क्षमता  Individual Immunity. 

 जब कोई विशेष प्रकार का रोग एक ही जाति के कुछ व्यक्तियों में होता है और कुछ व्यक्ति रोग  के प्रति बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं होते अर्थात व रोग उन व्यक्तियों को बिल्कुल भी प्रभावित नहीं करता तो इसे व्यक्तिगत प्रतिरोधक क्षमता कहते हैं. जब विशेष प्रकार का कोई रोग एक ही जाति के कुछ बड़े आयु वर्ग के लोगों में पाया जाता है और छोटे आयु वर्ग के लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है तो उसे इंडिविजुअल इम्यूनिटी कहते हैं .यह  व्यक्तिगत होती है. यह सब को व्यक्तिगत रूप से अलग-अलग प्रभावित करते हैं जैसे कुछ  बड़ों की तुलना में बच्चों को ज्यादा असर करती हैं

3.: नस्लीय प्रतिरोधक क्षमता. Racial Immunity.

 जब कोई विशेष प्रकार का रोग किसी विशेष प्रकार के नस्ल   के लोगों को नहीं होता नस्ल लेकिन अन्य नस्लों के लोगों में पाया जाता है वह रोग तो उसे नस्लीय प्रतिरोधक क्षमता कहते है.

  •  अधिग्रहित प्रतिरक्षाअर्जित इम्यूनिटीAcquire Immunity In Hindi. इस इम्यूनिटी को हम अपने वातावरण पर्यावरण रहन-सहन और खान-पान के द्वारा Acquire करते हैं. यह इम्यून सिस्टम हमें बाहरी बैक्टीरिया ,वायरस   के संक्रमण से हमारे शरीर की रक्षा करती है. हमारे शरीर पर   रोगजनकको  का हमला होने के बाद वह एंटीबॉडी का निर्माण करती है और हमारे शरीर की बाहरी  बैक्टीरिया वायरस से रक्षा करती है.

इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण.Weak Immune System Causes In Hindi.

 हमारे इम्यून सिस्टम का सबसे महत्वपूर्ण भाग सफेद रक्त कोशिकाएं डब्ल्यूबीसी होती हैं. नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एनर्जी एंड इनफेक्शियस डिजीज के अनुसार सफेद रक्त कोशिकाएं खून में हमेशा घूमती रहती हैं और  हमारे शरीर पर आक्रमण करने वाले बाहरी वायरस  की खोज करती रहती हैं. ताकि उनसे शरीर की सुरक्षा की जा सके .

  •  हमारे शरीर की ऐसी बहुत सारी बीमारियां हैं जिनकी वजह से सफेद रक्त कोशिकाओं की कार्य क्षमता प्रभावित होती है ए बीमारियां अनेक प्रकार की हैं जैसे वायरल, एचआईवी ,डायबिटीज, कैंसर, कुपोषण, टीवी ,अर्थराइटिस जिनकी वजह से हमारे इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है. कुछ दवाइयां हैं, जैसे एंटी इन्फ्लेमेटरी ड्रग जिससे भी हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर होता है.
  • बढ़ती हुई उम्र भी हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर होने का कारण होता है क्योंकि हमारी उम्र बढ़ती है तो इम्यून सिस्टम भी प्रतिक्रिया देने की क्षमता कम होने लगती है इसी के कारण बुजुर्गों को इंफेक्शन और बीमारियां  अधिक होती हैं बच्चों की अपेक्षा.
  •  टेंशन तनाव—तनाव  हमारे शरीर को हर प्रकार से कमजोर बनाता है. इससे हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है .अतः योग, व्यायाम, ध्यान  आदि का अभ्यास तनाव को कम करने में मदद  करता है ,इसे अपनी दिनचर्या  मैं नियमित रूप से शामिल करें.
  •  नींद की कमी—  पर्याप्त नींद नहीं लेने से भी नींद की कमी के कारण इम्यून सिस्टम पर पूरा प्रभाव पड़ता है. सफेद रक्त कोशिकाएं हमारे इम्यून सिस्टम का सबसे महत्वपूर्ण भाग होती है.नींद कम लेने की वजह से इनके उत्पादन में कमी आती है, जिससे हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है. बड़ों को  8 घंटे की नींद और बच्चों को उनके उम्र के अनुसार 10 से 15- 16 घंटे तक सोना चाहिए.
  •  विटामिन की कमी —

कभी-कभी व्यक्ति के शरीर में कुछ आवश्यक Vitamins And Minerals की कमी हो जाती है जिसके कारण भी हमारा इम्यून सिस्टम  कमजोर होने लगता है हमें अपने फिजीशियन से संपर्क करके उनके अनुसार कुछ विटामिन का सेवन करना चाहिए.

 जैसे विटामिन ए

  विटामिन सी

 विटामिन ई

 विटामिन डी

 आयरन

 फोलिक एसिड

 ओमेगा 3 फैटी एसिड .

  •  भोजन में पौष्टिक तत्वों की कमी— शरीर के सर्वांगीण विकास के लिए संतुलित भोजन का महत्वपूर्ण योगदान है भोजन में  पौष्टिक तत्व की कमी के कारण व्यक्ति का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है जिससे व्यक्ति तरह-तरह की बीमारियों का शिकार होने लगता है अतः हमें अपने भोजन में तत्वों को शामिल करना चाहिए अपने रोजमर्रा के भोजन   बिहारी शाक सब्जियों व फलों को शामिल करना चाहिए 
  • हमें कच्चे और और कम पके हुए मांस मछली अंडे का सेवन नहीं करना चाहिए और कम वसायुक्त डेहरी प्रोडक्ट का सेवन करना चाहिए

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Symptoms Of Low Immunity. कमजोर इम्यूनिटी के लक्षण

 पांच लक्षण कमजोर यूनिटी के Symptoms Of Low Immunity—-

 कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली इसके कारण कीटाणु आसानी से हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं हमारा इम्यून सिस्टम शरीर का एकमात्र सुरक्षा तंत्र है शरीर को बाहरी संक्रमण से बचाता है, लेकिन इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कारण हमारा शरीर  रोगाणु से लड़ने में असमर्थ हो जाता है और बीमारियों का शिकार हो जाता है हम उन लक्षणों के बारे में चर्चा करेंगे जो हमारी कमजोर इम्यूनिटी सिस्टम को दर्शाती है.

  •  सुस्ती—अगर हमेशा थकान महसूस हो शरीर में कमजोरी और खिंचाव महसूस होता रहे तेरे कमजोर इम्यून सिस्टम का लक्षण उनके शरीर में जब ऊर्जा की कमी हो जाती है तो अभी थकान खिंचाव कमजोरी सी महसूस होती रहती है आता जब हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है शरीर में ऊर्जा का  स्तर कम हो जाता है
  •  ज्यादा सर्दी खांसी होना—एक स्वस्थ व्यक्ति को साल में दो-तीन बार सर्दी जुकाम होना चाहिए लेकिन अगर दो-तीन बार से ज्यादा सर्दी जुकाम होना नाक बहना एक आते रहना जारी रहे या कमजोर  इम्युनिटी के लक्षण है  यह इस बात का संकेत है कि आपका  इम्यून सिस्टम कमजोर है यह भी कमजोर इम्यूनिटी  के लक्षण है. अगर जरूरत से ज्यादा सर्दी खांसी हो 1 साल में   तीन चार बार खांसी सर्दी होना सामान्य होता है इससे अधिक हो  तो यह कमजोर इम्यूनिटी के लक्षण होते हैं ,अतः लोगों को अपनी यूनिटी पर ध्यान देना चाहिए  जल्दी-जल्दी बीमार ना पड़े
  •  पेट की गड़बड़ी– हमारा स्वास्थ्य हमारे पाचन तंत्र से सीधे जुड़ा होता है. पाचन तंत्र की गड़बड़ी कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली का संकेत है.

 हमारे शरीर में 70% प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले उत्तक हमारे Intestine में होते हैं. अगर हमारा पेट  गड़बड़ होता है .अर्थात हमेशा दस्त आते रहते हैं, कब्ज की समस्या रहती है कमजोर  इम्यूनिटी के संकेत है .

अतः हमें सतर्क रहना चाहिए अपने खान-पान का ध्यान रखना चाहिए .

  • : स्वभाव स्थिर ना होना— भी कमजोर  इम्यूनिटी के लक्षण है . स्वस्थ शरीर में स्वस्थ दिमाग का वास होता है. हमारा शरीर स्वस्थ नहीं है हमारा मन और दिमाग अशांत रहता है  यह भी  कमजोर इम्यूनिटी का लक्षण है.
  •  यदि  हमेशा चिड़चिड़ा रहते हैं थके थके से रहते हैं  तो आपको l अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए. इम्यूनिटी बूस्टर फूड्स का सेवन करना चाहिए.डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.

इम्यूनिटी बूस्टर फूड्स      Immunity Booster Foods In HINDI.

 विटामिन सी युक्त चीजों से हमारे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है  इतनी अपने भोजन में इम्यूनिटी बूस्टर फूड्स अमरूद संतरा आंवला नींबू अंगूर आदि खट्टे फलों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए.

लौंग,इलायची, मेथी दाना, लहसुन, अदरक, काली मिर्च आदि को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए.

               इम्यूनिटी बूस्ट करने के उपाय

1.  टीका लगवाना वैक्सीनेशन —टीकाकरण के द्वारा व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जाता है संक्रामक एजेंट के खिलाफ एंटीबॉडीज का निर्माण होता है टीकाकरण के द्वारा   संक्रामक रोगों से बचाया जाता है. इसके द्वारा पोलियो ,डिप्थीरिया ,टेटनेस, खसरा, कुकर खांसी आदि रोगों से बचाव किया जाता है .वर्तमान समय में कोरोना से  बचाव के लिए टीकाकरण  किया जा रहा है जिससे हमारा इम्यून सिस्टम  रोगों से लड़ सके.

2.Healthy Diet.  पौष्टिक भोजन— हमारी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में काफी मदद  करता है. कमजोर इम्यून सिस्टम  वाले लोगों को अपनी डाइट में फल और सब्जियों को शामिल करना चाहिए. पोषक तत्वों से भरपूर फलों का सेवन करना चाहिए .फलों और सब्जियों को खाने से पहले अच्छी तरह से धोकर खा.

3.हल्दी— गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से हमारी IMMUNITYइंप्रूव होती है . हल्दी एक महान औषधि हैऔर एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों से युक्त होती  है जो शरीर को कई तरह के सूजन आदि से बचाती है हल्दी में curcumic  नाम का योगिक होता है हल्दी वाला दूध स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है हमारे इम्यून   सिस्टम को बूस्ट करने के लिए कारगर माना गया है:  आयुर्वेद में इसका  अनेक रोगों के इलाज में प्रयोग किया जाता  है.  हल्दी में curcumic  पाया जाता है जो शरीर की प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाता है इसका सेवन गर्म दूध में मिलाकर करना चाहिए.

4. आंवला — में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है आंवला अतः अपने भोजन में आंवले का मुरब्बा, आंवले की चटनी, आंवले की सब्जी का प्रयोग करना चाहिए हमारी इम्यूनिटी  मजबूत होती है .

5.अदरक काली मिर्च दालचीनी तुलसी का काढ़ा  बना कर पीना चाहिए

6. शहद —. रोज सुबह गर्म पानी में एक गिलास शहद मिलाकर पिए इससे हमारी इम्यूनिटी  मजबूत होती है.

7. हेल्दी फैट्स—– सूजन हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करते हैं ओमेगा 3 फैटी एसिड’ सूर्यमुखी का तेल, जैतून का तेल इनमें  वसा  स्वस्थ पाए जाते हैं.

 जो सूजन विरोधी होते हैं, और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं. सूजन को कम करके हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रक्रिया को मजबूत करते हैं जिससे शरीर को रोगों से लड़ने में मदद मिलती है. अतः  हमें स्वस्थ वसा का सेवन करना चाहिए

8. लहसुन, अदरक हमारे घरों में खाना बनाने में   लहसुन अदरक का प्रयोग किया जाता है इम्यून सिस्टम को बढ़ाकर   बाहरी संक्रमण से शरीर की करते हैं. अतः इसे रोज सवेरे उठकर कच्चा चबाकर भी एक दो कली खाना चाहिए और भोजन पकाने में भी इसका प्रयोग करना चाहिए.

9. नींद —-शरीर की  इम्यून सिस्टम बढ़ाने मैं पर्याप्त नींद का महत्वपूर्ण रोल होता है भरपूर नींद लेने से प्राकृतिक रूप से शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है हमारी इम्यून सिस्टम मजबूत होती है अतः प्रत्येक व्यक्ति को 8 घंटे की नींद जरूर  लेनी चाहिए अपर्याप्त नींद बीमारियों को आमंत्रित करते हैं.

10. खट्टे फल —-खट्टे फल विटामिन सी के महत्वपूर्ण स्रोत होते हैं खट्टे फल जैसे आंवला संतरा नींबू अंगूर मौसंबी इनका सेवन नियमित रूप से करना चाहिए विटामिन सी से भरपूर फलों का सेवन करने से हमारी इम्यूनिटी मजबूत होती है.ग्रीन टी ,हल्दी वाला दूध, फलों का रस, नारियल पानी,छाछ, लस्सी,पर्याप्त मात्रा में पानी  का सेवन    प्करना चा

11 . योग व्यायाम— नियमित तौर पर योग और व्यायाम करने से हमारे शरीर की प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत रहते हैं. नियमित व्यायाम अनेक प्रकार की शारीरिक सूजन को कम करता है. नियमित व्यायाम शरीर की प्रतिरक्षा कोशिकाओं को   मजबूत करता है. अतः हमें रोज नियमित रूप से व्यायाम जैसे टहलना तेज गति से टहलना साइकिल चलाना वर्कआउट करना अनुलोम विलोम कपाल  भारती  आदि का अभ्यास नियमित रूप से करना चाहिए.

12.  पपीता —- पपीता भी विटामिन सी का अच्छा स्रोत होता है इसमें पाचक एंजाइम होते हैं हमारे भोजन को पचाने में मदद करते हैं  इससे हमारी आते स्वस्थ रहती है. पपीते का  सेवन इनैनिटी को बढ़ाने  के लिए पपीते का सेवन करना चाहि

13.  हाइड्रेट रखें —   हमारे शरीर का 70 परसेंट भाग जल है. पानी की कमी से हमारे शरीर में अनेक प्रकार की बीमारियां होती है पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालता है शरीर की नमी को नियंत्रित करता है यह  यह  ब्लड को प्रत्येक कोशिका तक ऑक्सीजन पहुंचाने में हेल्प करता है अतः शरीर की नमी को बनाए रखने के लिए हमें प्रतिदिन खूब पानी पीना चाहिए 5 लीटर पानी रोज पीना चाहिए

14. तनाव से दूर रहे —तनाव  हमारे शरीर को हर प्रकार से कमजोर बनाता है. इससे हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है .अतः योग, व्यायाम, ध्यान  आदि का अभ्यास तनाव को कम करने में मदद  करता है ,इसे अपनी दिनचर्या  मैं नियमित रूप से शामिल करें

15.  सूखे फलों का सेवन —ड्राई फ्रूट्स जैसे काजू, किसमिस ,अखरोट, बादाम, पिस्ता आदि में  मैं एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं जो हमारी  रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं अतः इनका सेवन हमें रोज करना चाहिए. बादाम छुहारा मुनक्का किशमिश रात में पानी में भिगोकर सुबह उसका पानी पी ले इसे भी हमारी इम्यूनिटी पावर बढ़ती  है .

16.  प्रोसैस्ड फूड का सेवन करने से बचें—- भोजन को प्रोसैस्ड करने के लिए हानिकारक पदार्थ का इस्तेमाल किया जाता है, जिन्हें हम प्रिजर्वेटिव्स कहते हैं यह हमारी  इम्यून सिस्टम को  कमजोर करते हैं .प्रोसैस्ड फूड में मौजूद    हानिकारक तत्व हमारे शरीर के अंदर मौजूद शरीर प्रतिरोध बैक्टीरिया को कमजोर करते हैं, इससे हमारी इम्यून सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है .सेवन से बचना चाहिए

17.  नशीले पदार्थों के सेवन से दूर  रहे—- सिगरेट शराब तंबाकू आदि का सेवन हमारे शरीर  प्रतिरोधी क्षमता को कमजोर करता है नशीले पदार्थों के सेवन से हमारा फेफड़ा कमजोर होता है जिससे हमें स्वास्थ संबंधी दिक्कत शुरू होने लगती है अतः में नशीले पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए

 इम्यूनिटी बूस्ट करने के उपाय. 

इम्यूनिटी कमजोर होने का उपचार

Weak Immune System Treatment In Hindi.

1.Cleanliness. साफ सफाई का ध्यान— कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को साफ सफाई का हमेशा ध्यान रखना चाहिए.

 खाना खाने से पहले और खाना खाने के बाद में अपने हाथों को अच्छी तरह से साबुन से धोना चाहिए. विभिन्न प्रकार के कार्य जैसे नाक साफ करना , बीमार व्यक्ति के संपर्क में आना, टॉयलेट से आने के बाद, घाव  को साफ करने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ करना चाहिए .साबुन से धोना चाहिए .

अमेरिका की सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंश के अनुसार अच्छी तरह से हैंड वॉश करने से कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को बहुत सारी बीमारियों के खतरे से बचाया जा सकता है. हाथों की सफाई  और घर की सफाई दरवाजे का हैंडल कुंडी घर की सारी चीजें चीजों  को अच्छी तरीके से महीने में दो बार Sanitize करना चाहिए. 

2.तनाव .Tension     —– मानसिक तनाव भी व्यक्ति  के इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है तनाव से बचने के लिए ध्यान करें, मेडिटेशन ,योग, व्यायाम करें. इससे तनाव कम होता है. अपने पसंदीदा हॉबीज को समय दें. अपने रिश्तेदारों के साथ  समय व्यतीत करें..

3 नींद—.भरपूर नींद लें. पर्याप्त नींद नहीं लेने से हमारे शरीर केइम्यून  सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है. हमारे इम्यून सिस्टम का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा सफेद रक्त कोशिकाएं होती है.नींद की कमी के कारण हमारे खून में सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में कमी आती है. इसलिए रोजाना 8 घंटे की नींद बड़ों के लिए और बच्चों के लिए 10 घंटे की नींद जरूरी है

4. हेल्दी डाइट Healthy Diet— हमारी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में काफी मदद  करता है. कमजोर इम्यून सिस्टम  वाले लोगों को अपनी डाइट में फल और सब्जियों को शामिल करना चाहिए. पोषक तत्वों से भरपूर फलों का सेवन करना चाहिए .फलों और सब्जियों को खाने से पहले अच्छी तरह से धोकर खाना चाहिए.

5.डेली वर्कआउट Daily Workout—

 नियमित व्यायाम हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है व्यायाम करने से हमारे दिमाग में Endorphin   नामक Hormone  release  होती है.

नियमित व्यायाम शरीर की प्रतिरक्षा कोशिकाओं को   मजबूत करता है. अतः हमें रोज नियमित रूप से व्यायाम जैसे टहलना ,तेज गति से टहलना ,साइकिल चलाना वर्कआउट करना ,अनुलोम विलोम, कपाल  भारती  आदि का अभ्यास नियमित रूप से करना चाहिए.

                                                   QAE

  •  इम्यूनिटी कम क्यों  होती है?

इम्यूनिटी   कम होने के कई कारण हो सकते हैं, कोई जन्मजात बीमारी हो, जरूरत से ज्यादा नशीली चीजों का सेवन ,भरपूर नींद न लेना ,खराब रहन-सहन ,खानपान की, पौष्टिक भोजन पदार्थों की कमी ,बढ़ती उम्र इसके कारण इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाती है

  •  इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए ?

विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थों का जैसे आंवला ,नींबू ,अंगूर ,खट्टे फल ,शहद, अदरक, तुलसी के पत्ते आदि को अपने भोजन में शामिल करना चाहिए इनके अंदर एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा भरपूर होती है .खट्टे फलों में विटामिन सी  होता है जो हमारे  इम्यून सिस्टम को  मजबूत करते हैं.

  • : कौन सा विटामिन शरीर को रोगों से लड़ने में मदद करता है?

 विटामिन सी शरीर को रोग से लड़ने में मदद करता है .विटामिन सी  खट्टे फल अंगूर ,नींबू,  आंवला,   संतरा ,लाल शिमला मिर्च  में   भरपूर मात्रा में पाया जाता है.

  •  सबसे ज्यादा इम्यूनिटी बढ़ाने वाले फल कौन से हैं?

 संतरा अमरूद सेब आदि इम्यूनिटी को बढ़ाने वाले फल इनके अंदर एंटीऑक्सीडेंट जयपुर मात्रा में पाए जाते शरीर को रोगों से लड़ने में मदद करते हैं

  • Low Immunity का इलाज क्या है?

 नियमित रूप से व्यायाम करें. आइडियल वेट रखें .नशीले पदार्थों का सेवन ना करें.

 भोजन में फलों और सब्जियों को शामिल करें.

 Conclusion:-

 अतः  प्रतिरक्षा प्रणाली    हमारे शरीर की बहुत आवश्यक रक्षात्मक सुरक्षा तंत्र है. इसका मुख्य कार्य बाहरी रोगाणु जैसे  वायरस फंगस आदि से शरीर की रक्षा करना है .यह कई तरह के बाहरी संक्रमण से बचाता है. हमारा इम्यून सिस्टम सफेद रक्त कोशिकाएं डब्ल्यूबीसी एंटीबॉडीज और लिंग नोट्स लसीका पर्व से मिलकर बना है गलत खाने-पीने की आदतें और वातावरण के प्रदूषण के कारण हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर  हो जाता है शरीर बीमारियों से अपनी प्रतिरक्षा करने में अक्षम हो जाता है और बीमारियों का शिकार हो जाता है.

 अतः  अपनी  इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए अपने दिनचर्या और जीवन शैली, आहार विहार में परिवर्तन करना चाहिए. पौष्टिक तत्वों का सेवन पर्याप्त रूप से लेना चाहिए नियमित रूप से योग और व्यायाम का सहारा लेना चाहिए हमें तनाव मुक्त जीवन जीना चाहिए क्योंकि तनाव मुक्त जीवन ही  स्वस्थ शरीर का राज है: अतः हमें अपनी इम्यून सिस्टम को बढ़ाने के लिए हेल्दी लाइफ़स्टाइल को अपनाना चाहिए

By Radha

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